AI – कृत्रिम बुद्धिमत्ता या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) क्या है ? की सम्पूर्ण जानकारी –

कृत्रिम बुद्धिमत्ता – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence)
जैसा की आप सब जानते हैं की इस दुनिया पर जितने भी प्राणी हैं उनमे से मनुष्य सबसे ज्यादा बुद्धिमान है। सभ्यता में सबसे ज्यादा विकास मानव ने अपने बौद्धिक कौशल के आधार पर किया है। अपनी रचनात्मकता और बुद्धि के बल पर मानव ने कई अविष्कार किये है और हर अविष्कार ने मनुष्यो की जिंदगी को एक नई दिशा दी है। वह अपने आप कुछ ना कुछ सीखता रहता है। जैसे – किसी चीज़ को देखकर, किसी आवाज़ को सुनकर और किसी का स्पर्श महसूस करके, इससे उसे यह पता चल जाता है की उसे अब क्या करना है।
उदाहरण के लिए – आप जैसे ही अपने किसी परिचित व्यक्ति को देखते हैं, उसका अभिवादन करते हैं, क्योंकि यह डाटा हमारे दिमाग में पहले से संग्रहित है – पहला – उस व्यक्ति का चेहरा और दूसरा – किसी भी परिचित व्यक्ति का अभिवादन या स्वागत करना। यहां व्यक्ति के सामने आते ही हमारे दिमाग की सर्चिंग से जिस व्यक्ति को पहचाना गया है और अभिवादन करने की जो लर्निंग शिक्षा पहले से हमारे दिमाग के अंदर है, अपना कार्य करना प्रारंभ कर देती है।
यह दोनों कार्य मनुष्य के ही इंटेलीजेंस के कारण संभव हुए है, यही प्रक्रिया जब मशीन द्वारा कारवाई जाए तो उसके लिए मशीन के अंदर सभी परिचित चेहरों का चित्र संग्रहित होना आवश्यक होगा, एवं सामने आए व्यक्ति को इस संग्रहण से सर्च करके परिचित को भी जानना होगा। परिचित व्यक्तियों के साथ क्या व्यवहार करना है यह मशीन को सीखना भी आवश्यक होगा।
इस तरह मशीन जब व्यक्तियों की तरह का व्यवहार अपनी संग्रहण क्षमता और लर्निंग के द्वारा प्रदर्शित करेगी और मनुष्य की तरह व्यवहार कर सकेगी तब मशीन की पूरी प्रक्रिया उसका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहलाता है। आज इंसान ने तकनीक के क्षेत्र मैं बहुत विकास किया है। जब कंप्यूटर बने थे तो किसी से सोचा तक नहीं था कि हम भविष्य में स्मार्टफोन, इंटरनेट जैसी किसी चीज का इस्तेमाल कर पाएंगे और पूरी दुनिया को छोटा सा बना देंगे।
हम अक्सर सोचते भी हैं और हम विज्ञान कि कल्पनात्मक फिल्मों (Science Fiction Movies) में कई चीज देखते भी है, जो कि भविष्य की तकनीक को दर्शाती है, इन्ही मे से एक Artificial Intelligence भी है, यह काल्पनिक होती है, लेकिन वास्तविक दुनिया में यह तकनीक तेजी से बढ रही है।जैसे हम कुछ बोले और हमारा काम हो जाए, हमारी कार बिना ड्राइवर के हमारे निर्देशों पर चले। लेकिन आज यह काल्पनिक नहीं बल्कि हमारी जिंदगी का हिस्सा बन रहे हैं।
पिछले कुछ सालों मैं प्रौद्योगिकी को एक अलग स्तर में ले जाने के लिये कंप्यूटर विज्ञान के कुछ वैज्ञानिकों ने Al Concept को दुनिया के सामने रखा था। इसका मूल मकसद ऐसे Computer Controlled Robot या Software बनाना था जो इंसानो की तरह सोच कर किसी भी समस्या का हल निकाल सके।
मूल रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दो शब्दों आर्टिफिशियल और इंटेलिजेंस से बना है। जहां आर्टिफिशियल का मतलब “कृत्रिम या मानव निर्मित और इंटेलिजेंस मतलब “बुद्धिमत्ता अथवा विचार अथवा तर्क” है । इसलिए एआई (Artificial Intelligence) का अर्थ है “मानव दवारा निर्मित बुद्धिमत्ता” या “कृत्रिम बुद्धिमत्ता”।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या कृत्रिम बुद्धिमत्ता कंप्यूटर विज्ञान की ही एक शाखा है जिसके द्वारा हम बुद्धिमान मशीनें बना सकते हैं। ऐसी मशीनें जो मानव की तरह सोच सके और कार्य कर सके। जो मानव की तरह व्यवहार कर सकते हैं।इंसानों की तरह सोच सकते हैं और निर्णय लेने में सक्षम हैं।
उदाहरण के लिये, Speech Recognition, Problem Solving तथा Learning और Planning. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हम तब होना मानते है जब किसी मशीन मे सीखने, तर्क करने और समस्याओं को हल करने जैसे मानव आधारित कौशल होते हैं।
कंप्यूटर विज्ञान मैं कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Al) को मशीन इंटेलिजेंस के नाम से भी जाना जाता है। यह मशीनों के द्वारा प्रदर्शित एक इंटेलिजेंस होती है, जो मनुष्य के द्वारा दर्शायी जाने वाली प्राकृतिक इंटेलिजेंस से विपरीत होती है। बोलचाल की भाषा में, “कृत्रिम बुद्धिमत्ता” शब्द का उपयोग अक्सर मशीनों या कंप्यूटर का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो ज्ञान से सम्बन्धित कार्यों की नकल करते है तथा मानव मन के साथ जुड़ते है, जैसे “सीखना” और “समस्या को हल करना” आदि। ज्ञान से सम्बन्धित कार्य करने की क्षमता वाली एक मशीन जिसे सोचना, विचार करना, सीखना, तर्क करना और समस्याओं को हल करना आता हो को एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता को समझने के लिए किया जाता है।
आसान शब्दों मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) वह इंटेलिजेंस है जो मशीनें प्रदर्शित करती हैं। यह हमें ऐसी मशीनें बनाने की अनुमति देता है जो कि कई कार्य कर सकती हैं और बिना गलती किए बिना वास्तविक समस्याओं को हल कर सकती हैं। वास्तव मैं, AI दोहराव वाले कार्यों को स्वचालित (Automatic) करके दक्षता (Efficiency) और उत्पादकता (Productivity) मे सुधार कर सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इसमे परिपूर्ण बनाने के लिए उसे लगातार तैयार किया जाता है। पुराने अनुभवों के द्वारा मशीनों को प्रशिक्षित किया जाता है एवं नए इनपुट के साथ तालमेल बनाने और मानव जैसे कार्यों को करने के लिए तैयार किया जाता है। ऐसी मशीन बनाई जा रही है, जो अपने वातावरण एवं परिस्थिति के साथ परस्पर संवाद (Interact) करके, प्राप्त डेटा पर खुद बुद्धिमानी से कार्य कर सकती है। यानी अगर भविष्य में Al Concept और मजबूत होता है, तो यह हमारे दोस्त जैसा होगा। अगर आपको कोई समस्या आयेगी तो उसके लिए क्या करना है
यह आपको खुद सोच कर बतायेगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लक्ष्य – (Objectives of Artificial Intelligence – AI)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मुख्य लक्ष्य निम्नलिखित हैं :
गहन-ज्ञान (Intensive Knowledge) –
कार्यों को हल करने के लिए मशीन से मनुष्य की तरह इंटेलिजेंट काम करवाना जिसमें मशीन और मनुष्य के काम के बीच कोई अंतर ना दिखाई दे। ऐसी मशीनों का निर्माण करना जो मानव बुद्धि की आवश्यकता वाले कार्यों को कर सकती है जैसे – जो इंसानों की तरह समझें, सोचें, सीखें और व्यवहार करें।
एक्सपर्ट सिस्टम बनाने के लिए –
वे प्रणाली जो बुद्धिमान व्यवहार को प्रदर्शित करते हैं। अपने आप से नई चीजें सीखते हैं, प्रदर्शित करते हैं, समझाते हैं और अपने उपयोगकर्ताओं को सलाह देते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग – Use of Artificial Intelligence (AI)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के व्यापक अनुप्रयोग है उन्मे से कुछ निम्नलिखित हैं :
गेमिंग (Gaming) – वीडियो गेम्स में एआई की झलक मिलती है। कई सारी गेम्स मैं हम मनुष्य को कंप्यूटर से खेलना होता है। एआई मशीनें शतरंज की तरह रणनीतिक खेल खेल सकती हैं, जहां मशीन को बड़ी संख्या में संभावित स्थानों के बारे मैं सोचना पड़ता है। गेम्स में मशीन हर चाल के विरुद्ध पूरी तरह से विश्लेषण कर नई चाल चलती है। यही नहीं जिस तरह की चालें मशीन के पास संग्रहित नहीं होती है उन्हें साथ ही संग्रहित ही करती जाती है, जो भविष्य में विश्लेषण में शामिल हो सकते हैं। बोर्ड गेम्स, बोट (Bots), कॉम्बैट (Combat), इवॉल्विंग सराउंडिंग (Evolving surrounding) कुछ एआई आधारित गेम की श्रेणियां है।
विज़न सिस्टम (Vision Systems) छवि/ चित्र पहचान (Image Recognition) –
ये सिस्टम कंप्यूटर पर विजुअल इनपुट को समझते हैं, उसकी व्याख्या करते हैं और उसे समझते हैं। उदाहरण के लिए, लैपटॉप/ मोबाइल चालू करते समय चेहरे की पहचान से लॉगइन होता है (Face detection) जैसे पुलिस कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का उपयोग करती है जो फॉरेंसिक कलाकार द्वारा बनाए गए संग्रहीत चित्र के साथ अपराधी के चेहरे को पहचान सकती है। फेसबुक पर जब आप कोई सामूहिक फोटो उपयोग करते हैं, आपकी फेसबुक कांटेक्ट के उस फोटो में उपस्थित सभी व्यक्तियों को फोटो टैग हो जाता है, इस प्रक्रिया में फेसबुक एआई फेस रिकॉग्निशन प्रक्रिया का उपयोग करता है।
वाक् या आवाज की पहचान (Speech / Voice Recognition) –
जब एक मानव मशीन से बात करता है, तो बुद्धिमान प्रणालियाँ भाषा को Art और उनके अर्थों के संदर्भ में सुनने और
समझने मे सक्षम होती हैं। Google का Voice Search फ`eature इस का उदाहरण है। जिसे कि नीचे दिखाये गए चित्र को देख कर आप पहचान ही जायेगे क्योंकि यदि आप एक स्मार्ट फोन उपयोगकर्ता है तो इसका उपयोग तो आपने भी कभी न कभी तो किया ही होगा और यदि नहीं तो आज ही इसका उपयोग अपने मोबाईल पर करके देखें।

हैंडराइटिंग रिकॉग्निशन (Handwriting Recognition) –
हैंडराइटिंग रिकॉग्निशन या हस्तलिपी पहचानने वाला सॉफ्टवेयर एक पेन द्वारा या एक स्टाइलस द्वारा स्क्रीन पर (कागज की तरह) लिखे गए टेक्स्ट को पढ़ता है। यह अक्षरों के आकार को पहचान सकता है और इसे संपादन योग्य पाठ मैं बदल सकता है।
रोबोट (Robots) –
रोबोटिक्स मैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उल्लेखनीय भूमिका है आमतौर पर, सामान्य रोबोटों को ऐसे प्रोग्राम किया जाता है कि वे कुछ दोहराए जाने वाले कार्य कर सकते हैं। लेकिन एआई की मदद से हम बुद्धिमान रोबोट बना सकते हैं जो अपनी गलतियों से सीखने मैं सक्षम हैं और वे नए वातावरण के लिए अनुकूल हो सकते हैं। बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करने के लिए उनके पास कुशल प्रोसेसर, कई सेंसर और विशाल मेमोरी है। हाल ही में एरिका और सोफिया और कुछ अन्य नाम के बुद्धिमान हयूमनॉइड रोबोट को विकसित किया गया है जो मनुष्यों की तरह बात और उन्ही की तरह व्यवहार कर सकते है।

सेल्फ ड्राइविंग कार (Self Driving Cars) –
ऐसी स्व-चालित कार जो बिना ड्राइवर के चलती हैं सेल्फ-ड्राइविंग कार कहलाती है । Tesla कंपनी की सेल्फ-ड्राइविंग कारें आर्टिफिशियल इंटेलिजैंस (Artificial Intelligence) का एक शानदार वास्तविक जीवन का अनुप्रयोग है। इन कारों में बहुत सारे सेंसर लगे होते है जो सड़क और उस पर अन्य चीजों की निगरानी एवं जांच करते हुए आगे बढ़ती हैं।

प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (Natural Language Processing) –
इसके उपयोग से मानव दूवारा बोली जाने वाली भाषा मैं कंप्यूटर के साथ बातचीत करना संभव है। कंप्यूटर को हमारी भाषा को समझने के लिए Programme किया जाता है। मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर बोली, भाषा अथवा भाषण की ध्वनियों को शब्दों और विचारों मैं परिवर्तित करने की एक प्रक्रिया है।
विश्व मैं अनेकों भाषाएं (Languages) बोली जाती है, एक भाषा की भी कई बोलियां (Dialects) होती हैं। अतः अगर मशीन से व्यक्ति की बातचीत होनी है तो मशीन को भाषा और बोली के सभी शब्दों, मुहावरों आदि की समझ होना जरूरी है। यह सब प्रक्रिया NLP के तहत हो रही है। एआई सिस्टम के तहत किसी विषय पर अलग-अलग लोगों की चर्चा को सुनकर निष्कर्ष निकालना भी संभव है।
मनोरंजन में Artificial Intelligence (Al in Entertainment) –
एआई का विकास अक्षी बहुत ही प्राथमिक स्थिति में है, मनोरंजन के क्षेत्र में इसका उपयोग अभी थोड़ा ही हुआ है जो समय के साथ बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में हम अपने दैनिक जीवन में कुछ मनोरंजन सेवाओं जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़ेंन के साथ एआई आधारित अनुप्रयोगों का उपयोग कर रहे हैं। एआई एल्गोरिदम की मदद से, ये सेवाएं कार्यक्रमों या शो के लिए हमारी पसंद की सिफारिशें दिखाती हैं। दर्शकों को कौन सी लोकेशन या स्थितियां पसंद आ रही हैं यह भी एआई के माध्यम से जाना जा रहा है। स्क्रिप्ट के हिसाब से कहानी का नाम का सुझाव भी एआई सिस्टम दे रहा है।
विशेषज्ञ प्रणाली (Expert Systems) –
कुछ अनुप्रयोग हैं जो मशीन, सॉफ्टवेयर और विशेष जानकारी को तर्क और सलाह प्रदान करने के लिए एकीकृत करते हैं। वे उपयोगकर्ताओं को स्पष्टीकरण और सलाह भी प्रदान करते हैं।
कृषि में एआई (Artificial Intelligence in Agriculture) –
कृषि के क्षेत्र में एआई मुख्यतः फसल और मिट्टी की परख और निगरानी, के लिए होता है। इसके साथ ही बहुत सारे एआई तथा मशीन लर्निंग टूल है जो यह जानकारी देती हैं कि किस समय पर कौन से बीज लगाना उपयुक्त होगा। Microsoft India – Al – Based Sowing App एक ऐप है जो यह सहूलियत भारत में दे रहा है। इसके अतिरिक्त अगर किसी तरह का कीटों से खतरा है तो उसके लिए भी अलर्ट जारी करते हैं। कंपनी और कृषि के बीच आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) का काम भी AI के उपयोग से किया जा रहा है।
हेल्थ केयर में Artificial Intelligence (Al in Health Care) –
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मुख्य उद्देश्य मनुष्य के ज्ञान संबंधी कार्यों की नकल करना है, जिससे पुराने डाटा के आधार पर मनुष्यों द्वारा किया जाने वाला काम मशीन से कराया जा सके। इस बदलते हुए परिद्दश्य ने हेल्थ केयर के क्षेत्र में भी बहुत प्रभाव डाला है, हेल्थ केयर के क्षेत्र में एआई का उपयोग भी हो रहा है और भविष्य में एआई तकनीक के और विकास से इस क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं ।
आजकल फिटनेस बैंड बहुत प्रचलन में है। फिटनेस बैंड प्रयोग करते समय सेटिंग के अनुसार यह बैंड आपको आपकी सेहत के हिसाब से नोटिफिकेशंस देते हैं। वर्तमान में हार्ट रेट कितना है, और आपकी उम्र और वजन के हिसाब से कितना व्यायाम आवश्यक है, इस तरह के फीचर्स वाले स्मार्ट बैंड एआई का उपयोग भी डाटा एनालिसिस के लिए करते हैं।
चिकित्ससा क्षेत्र में सबसे आवश्यक होता है व्यक्ति की बीमारी और जांच के नतीजों को संग्रहित करके रखना। जितना अधिक यह डाटा उपलब्ध होगा, उसका विश्लेषण कर उचित इलाज करना उतना ही ज्यादा आसान होता जाएगा। AI का उपयोग मेडिकल रिकॉर्ड और अन्य संबंधित डाटा को संभालने और उनका विश्लेषण बिना त्रुटि और तीव्रता से किए जाने मैं उपयोग हो रहा है।
इसके अतिरिक्त ऐसे कई काम जो चिकित्सा क्षेत्र में मशीन द्वारा ही किए जाते हैं जैसे रोबोट द्वारा तेजी से और अच्छे से किए जा सकते हैं। हृदय रोग, रेडियोलॉजी इन सभी में आवश्यक है की इलाज के पूर्व बहुत ज्यादा जानकारी सूक्ष्मता के साथ उपलब्ध हो एआई सिस्टम यह कार्य कर सकते हैं। ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श भी ले पाना संभव है, अपनी मेडिकल हिस्ट्री और बीमारी के लक्षण डालकर एआई सॉफ्टवेयर द्वारा चिकित्सीय परामर्श लिया जा सकता है।
डॉक्टर के आने के अंतराल के बीच नर्स जिस तरह की देखभाल करती हैं यह सभी मशीन/ रोबोट द्वारा संभव हो सकता है। मेडिकल ट्रायल के पेशेंट्स की देखभाल, दवा बनाने की कंपनियां में बीमारियों से संबंधित दवा की टेस्टिंग, इन सभी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हो भी रहा है और भविष्य में और दक्षता के साथ इनका उपयोग किए जाने की तकनीक भी विकसित हो रही है।
शरीर के बेहद नाजुक हिस्सों जैसे ब्रेन के ऑपरेशन मैं कुशल चिकित्सकों द्वारा भी ऑपरेशन किए जाने मैं मानवीय त्रुटि होने की संभावना हमेशा बनी रहती है। कई बार पूरी मेडिकल हिस्ट्री की अनुपलब्धता भी सही चिकित्सीय देखभाल में बाधा डालती है। भविष्य में संभव है कि पीढ़ियों का डाटा विश्लेषण के लिए उपलब्ध होगा और उस विश्लेषण के नतीजों के आधार पर कठिन बीमारियों को समझना और उपचार करना एआई के कारण संभव हो पाएगा।
Artificial Intelligence द्वारा चलित रोबोट से ऑपरेशन में त्रुटि होने की संभावना भी कम हो जाएगी। वर्तमान में इनमें से कुछ सिर्फ कल्पनाएं हैं जिनके विकास पर बहुत तेजी से काम हो रहे हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे – Advantages of Artificial Intelligence
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं :
- एआई में मशीन पूर्व-अनुभव या जानकारी के अनुसार सीखने में सक्षम हैं, इसलिए एआई मशीन या सिस्टम कम त्रुटियों और उच्च सटीकता के होते हैं।
- एआई सिस्टम में कई प्रोसेसर और सेंसर होते है इसलिए यह बहुत हाई-स्पीड और तेज़ी से निर्णय लेने वाले होते हैं। एआई सिस्टम शतरंज के खेल में एक शतरंज चैंपियन को हरा सकता है।
- हम मनुष्यों की कार्यक्षमता की सीमाएं होती हैं। इसके अतिरिक्त हर व्यक्ति की कार्यक्षमता भी भिन्न-भिन्न होती है। जिसके कारण हम अपने कामो को पूरा करने में बहुत ज्यादा समय लगाते है और उनमे ज्यादा गलतियां भी होती है। एआई मनुष्यों की तुलना मैं काफी अधिक तेजी से काम कर सकता है। क्योंकि यह एक प्रकार की मशीन है, इसलिए यह काम करने में कभी नहीं थकता और हमारी तरह कभी विराम भी नही लेता।
- एक ही तरह के काम को बार-बार किया जाना बहुत ही थकान वाला होता है। एआई ऐल्गरिदम की मदद से इस तरह की नौकरियों को बहुत ही आसानी से संभाला जा सकता है। मशीनों को लंबे समय तक काम करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। मशीनें मनुष्यों की अपेक्षा बहुत तेजी से सोचती है और यह बेहतर परिणाम पाने के लिए मल्टी-टास्किंग कार्य को भी कर सकती है।
- इन मशीनों को खतरनाक कार्यों में भी उपयोग किया जा सकता है जहां मनुष्य के कार्य करने पर चोट लगने की संभावना हो। एआई मशीनें बम को डिफ्यूज करने, समुद्र तल की खोज करने, जहां मानव जिंदगी जोखिम भरी हो सकती हैं, जैसी स्थितियों में मददगार हो सकती हैं।
- एआई, उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल सहायक के रूप मे प्रदान करने के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है, जैसे कि एआई तकनीक वर्तमान में विभिन्न ई-कॉमर्स वेबसाइटों द्वारा ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार उत्पादों को दिखाने के लिए उपयोग की जाती है।
- एआई सार्वजनिक उपयोगिताओं के लिए भी बहुत उपयोगी हो सकता है, जैसे कि एक सेल्फ ड्राइविंग कार जो हमारी यात्रा को सुरक्षित और परेशानी मुक्त बना सकती है, सुरक्षा उद्देश्य के लिए चेहरे की पहचान, और हमारे साथ संवाद करने के लिए मानव भाषा का उपयोग करके हमारे साथ संवाद भी साथ सकती है ।
अभी तक हमने जाना कि वास्तव मे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) या Artificial Intelligence किसे कहते है। Artificial Intelligence लक्ष्य क्या है ? Artificial Intelligence के प्रमुख्य उपयोग क्या क्या है, वर्तमान मे Artificial Intelligence को किन किन क्षेत्रों मे उपजोग मे लाया जा रहा है एवं किन किन क्षेत्रों मे इसकी प्रबल संभावनाएं है और किन क्षेत्रों मे Artificial Intelligence का विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है।
Artificial Intelligence एक विस्तृत विषय है एवं इसके अंतर्गत इसके की सहायक घटक जिनमे विशेषज्ञ प्रणाली, क्लाउड कम्प्यूटिंग आदि आते है जिनकी चर्चा हम एक-एक करके आगे के Artificial Intelligence पर आधारित इस शृंखला के आगामी अंकों मे पढ़ेंगे और सीखेंगे ।
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